मत बांटो इंसान को - विनय महाजन | Mat Banto Insaan Ko - Vinay Mahajan

मत बांटो इंसान को मंदिर-मस्जिद-गिरिजाघर ने  बांट लिया इंसान को  धरती बांटी, सागर बांटा  मत बांटों इंसान को।  अभी राह तो शुरू हुई है  मंजिल ब...
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