कर्मवीर - अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध'
देख कर बाधा विविध, बहु विघ्न घबराते नहीं रह भरोसे भाग के दुख भोग पछताते नहीं काम कितना ही कठिन हो किन्तु उबताते नहीं भीड़ में चंचल बने जो वीर...
कविता संग्रह,हिंदी कविताओं का संकलन. इसका उद्देश्य हिंदी की कविताओं को आप तक पहुँचाना है.
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