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मत बांटो इंसान को - विनय महाजन | Mat Banto Insaan Ko - Vinay Mahajan

मत बांटो इंसान को मंदिर-मस्जिद-गिरिजाघर ने  बांट लिया इंसान को  धरती बांटी, सागर बांटा  मत बांटों इंसान को।  अभी राह तो शुरू हुई है  मंजिल ब...

तुम तो बस माँ हो - वीरेश्वर उपाध्याय | Tum To Bas Maan Ho - Veereshwar Upadhyay

माँ    कैसे समझें तुम क्या क्या हो,     हे माता ! तुम  तो बस माँ हो ।    वेदमूर्ति बनकर गुरुवर ने, जीवन का जो पाठ पढ़ाया, सींच उसे  ममता से त...

मौत से ठन गई - अटल बिहारी वाजपेयी | Maut Se Than Gayi - Atal Bihari Vajpayee

ठन गई!  मौत से ठन गई!  जूझने का मेरा इरादा न था,  मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था। रास्ता रोक कर वह खड़ी हो गई,  यों लगा ज़िन्दगी से बड़ी हो ...

जो बीत गई सो बात गई - हरिवंश राय बच्चन | Jo Beet Gayi So Baat Gayi - Harivansh Rai Bachchan

जो बीत गई सो बात गई जीवन में एक सितारा था माना वह बेहद प्यारा था वह डूब गया तो डूब गया अम्बर के आनन को देखो कितने इसके तारे टूटे कितने इसके ...

मत रौंदों बचपन को - बाल श्रमिकों के दर्द को बयाँ करती ये कविता | Poem on the pain of child labour

बाल श्रमिक सहमा-सहमा-सा चेहरा है, धुँधला-धुँधला-सा बचपन है! वो चन्दू थक जाता होगा, सारा दिन सर पे बोझ उठाता होगा, मेरा जीवन कब बन पाएगा? ऐसा...

सब ग्रह गाते, पृथ्वी रोती - हरिवंशराय बच्चन | Sab Grah Gate, Prithvi Rotee - Harivansh Rai Bachchan

कविता, हिंदी कविता, हिंदी में कविता,  poems in hindi, Hindi poems के लिए हमें सब्सक्राइब करें। सब ग्रह गाते, पृथ्वी रोती। ग्रह-ग्रह पर लहरात...

यक्ष के प्रश्न - अटलबिहारी वाजपेयी | Yaksha Ke Prashan - Atalbihari Vajpayee

यक्ष  जो कल थे, वे आज नहीं हैं। जो आज हैं, वे कल नहीं होंगे। होने, न होने का क्रम, इसी तरह चलता रहेगा, हम हैं, हम रहेंगे, यह भ्रम भी सदा पलत...

प्रकृति से सीखो - श्रीनाथ सिंह | Prakriti Se Sikho - Shrinath Singh

कविता, हिंदी कविता, हिंदी में कविता, poems in hindi, Hindi poems के लिए हमें सब्सक्राइब करें। प्रकृति से सीखो फूलों से नित हँसना सीखो, भौरों...

नदी को बोलने दो - राकेशधर द्विवेदी | Nadi Ko Bolne Do - Rakesh dhar Dwivedi

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कृष्ण की चेतावनी - रामधारी सिंह दिनकर | Krishna Ki Chetawani - Ramdhari Singh Dinkar

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मैं सेना का जवान हूँ - प्रह्लाद सिंह | Main Sena Ka Jawan Hun - Prahlad Singh

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